- कचरा वाहनों के परिवहन को बढ़ाते हुए उन्हें घर-घर पहुंचाकर।
- क्षत-विक्षत नालियों का पुनर्निर्माण या उन्हें नए सिरे से बनाकर।
-सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों के माध्यम से प्रतियोगिताएं आयोजित कर।
- संचार माध्यमों से प्रचार कर और लोगों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित कर।