मेरे विचार से 14 फरवरी को राष्ट्रीय शोक दिवस के रूप में घोषित कर देना चाहिए। जब एक बड़े नेता की मृत्यु पर राष्ट्रीय शोक हो सकता है, तो हमारे इतने जवानों के बेवजह शहीद होने पर भी होना चाहिए। कृपया करके कम से कम एक दिन हम सब ये प्रण ले कि आज कोई नाच गाना नही करेंगे।